नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको बताने जा रहे हैं सीबीएसई बोर्ड और स्टेट बोर्ड के बारे में. पहले हम बताएंगे कि सीबीएसई बोर्ड और स्टेट बोर्ड होता क्या है फिर बताएंगे कि इन दोनों में अंतर क्या क्या होता है. और साथ ही आपको ये जानने में भी आसानी होगी कि आखिर कौन सा बोर्ड ज्यादा अच्छा होता है. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
CBSE बोर्ड क्या है | What is CBSE Board in Hindi !!
CBSE बोर्ड का पूरा नाम “सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन” है जिसे हिंदी में “केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड” के नाम से जाना जाता है. ये बोर्ड उन स्कूल के लिए होता है जो यूनियन गवर्नमंट ऑफ़ इंडिया के अंदर आते है. सीबीएसई बोर्ड भारत के स्कूलों के लिए नीतियों और पाठ्यक्रम के अपने अनुसार निर्धारित करता है. वैसे तो कोई भी सीबीएसई बोर्ड से पढ़ाई कर सकता है लेकिन ये उन माता पिता का सबसे अधिक पसंदीदा बोर्ड होता है जो केंद्र सरकार के लिए नौकरी करते हैं और समय समय पे उनका ट्रांसफर होता रहता है इस केस में सीबीएसई बोर्ड के बच्चों को अधिक समस्याएं नहीं आती क्यूंकि सभी स्थानों में इस बोर्ड की शिक्षा समान होती है.
सीबीएसई बोर्ड में विज्ञान, गणित और अन्य विषयों को अधिक महत्व दिया जाता है. और ये हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा का हो सकता है. सभी स्कूलों को इसमें सीबीएसई बोर्ड के बनाये नियमो के अनुसार कार्य करना होता है. सीबीएसई बोर्ड में Continuous और Comprehensive Evaluation (CCE) का प्रयोग होता है अपनी ग्रेडिंग सिस्टम के लिए. सीबीएसई बोर्ड में वैज्ञानिक तरीकों को अधिक महत्व दिया गया है. ये अपने सिलेबस को समय समय पे बदलते रहते हैं.
राज्य बोर्ड क्या है | What is State Board in Hindi !!
स्टेट बोर्ड या राज्य बोर्ड वो बोर्ड होता है जो राज्य सरकार के अंदर आता है और राजकीय स्तर पर स्कूलों में पाठ्यक्रम और नीतियों को निर्धारित करता है. हर राज्य का बोर्ड अलग अलग पाठ्यक्रम के अनुसार चलता है और सबके अपने अपने बनाये गए नियम हैं. सभी राज्य बोर्ड की शिक्षा अलग अलग नियमों पे कराई जाती है और ये उन लोगों के लिए अच्छी होती है जो समान राज्य में अपनी पूरी शिक्षा लेते हैं.
राज्य बोर्ड या स्टेट बोर्ड अपनी क्षेत्रीय भाषा, संस्कृति, राज्य स्तर के विषयों को सबसे पहले रखते हुए सिलेबस बनाता है. राज्य बोर्ड में जिस भाषा का प्रयोग कराया जाता है स्कूल में वो अंग्रेजी या उनकी क्षेत्रीय भाषा पे निर्भर करता है. राज्य बोर्ड से जुड़े अर्थात पंजीकृत स्कूल ही इन नियमो का पालन करते हैं. स्कूलों में हर राज्य अपनी अपनी अलग ग्रेडिंग प्रणाली का प्रयोग करते हैं. राज्य बोर्ड बहुत कम पाठ्यक्रम और सिलेबस को बदलता है.
Difference between CBSE Board and State Board in Hindi | CBSE बोर्ड और राज्य बोर्ड में क्या अंतर है !!
# CBSE बोर्ड पुरे भारत में एक ही पाठ्यक्रम पे कार्य करता है जबकि स्टेट बोर्ड अपने अपने स्टेट सरकार और स्टेट के अनुसार बनाये गए पाठ्यक्रम पे कार्य करता है.
#सीबीएसई बोर्ड अपने पाठ्यक्रम और सिलेबस में बदलाव करते रहते हैं जबकि स्टेट बोर्ड बहुत कम ही अपने पाठ्यक्रम या सिलेबस में बदलाब करते हैं.
# सीबीएसई बोर्ड उन लोगों के लिए अधिक अच्छा होता है जिन के माता पिता का तबादला समय समय पे अलग अलग राज्यों में होता रहता है जिससे उनके सीबीएसई बोर्ड में होने से उनकी शिक्षा के तरीके में बदलाव नहीं मिलते और वो आसानी से पाठ्यक्रम समझ पाते है जबकि स्टेट बोर्ड में पढ़ने वाले बच्चे को यदि किसी दूसरे राज्य के स्कूल से पढ़ना पढ़ता है तो उसे काफी समस्याएं आएँगी क्यूंकि वो जल्दी दूसरे राज्य के पाठ्यक्रम को नहीं समझ पायेगा.
# CBSE बोर्ड के स्कूल अधिकतर अंग्रेजी पाठ्यक्रम पे होते है और कभी कभी हिंदी पे लेकिन राज्य बोर्ड अंग्रेजी और अपनी क्षेत्रीय भाषा पे पाठ्यक्रम बनाता है.
# राज्य बोर्ड से सीबीएसई बोर्ड अच्छा माना गया है.
# राज्य बोर्ड राज्य के लोगों के लिए ही ठीक होता है जबकि सीबीएसई बोर्ड पुरे देश के लिए ठीक होता है.
उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!