You are currently viewing नीले कूड़ेदान और हरे रंग कूड़ेदान में क्या अंतर है !!

नीले कूड़ेदान और हरे रंग कूड़ेदान में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…. आज हम आपको हरा कूड़ादान और नीला कूड़ादान के बारे में बताने जा रहे हैं. दोस्तों ये सरकार द्वारा चलाई गयी नई योजना है जिसमे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट काम को संभाल रही कम्पनियाँ अब नगर निगम के साथ मिल के दरवाजे दरवाजे जाके कूड़ा उठाने का कार्य करेंगी और ये कम्पनी अब दो अलग अलग तरह के 10,000 डस्टबिन शहरों में बाट रही हैं जिसमे एक नीला कूड़ादान है और दूसरा हरा कूड़ादान. इस योजना से न केवल घरों को बल्कि कंपनियों को भी फायदा होगा। तो चलिए बताते है विस्तार से. लेकिन उससे पहले हम आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देना चाहते हैं.

दोस्तों हम अपने ब्लॉग में जितने भी जबाब लेके आते हैं वो कहीं न कहीं लोगों के मन में उठने वाले प्रश्नो के जबाब हैं. जो हमे तब पता चल पाते हैं जब हमारे पाठक हमे वेबसाइट के कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के इनके जबाब पूछते हैं. हम उन सवाल का जबाब अवश्य लेके आते हैं. लेकिन कभी कभी हमे थोड़ा विलम्ब हो जाता है लेकिन आप लोगों द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर हम आपको देने की पूरी कोशिश करते हैं. तो यदि आप लोगों के मन में कोई सवाल हो तो आप भी कमेंट बॉक्स के जरिये हमसे पूछ सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

नीला कूड़ादान क्या है | What is Blue Dustbin in Hindi !!

जैसा कि हम सब जानते हैं कि अब कहीं भी कूड़ा फेकना मना है और अब हर सोसाइटी में कूड़े वाला आता है और कूड़ा लेके जाता है. इस काम को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए कार्यरत कंपनियां करवाती है. अब इस योजना में कुछ बदलाब किये गए हैं. बताया गया है कि अब हरा कूड़ादान और नीला कूड़ादान का 10,000 वितरण किया जायेगा पुरे शहर में. जिससे सूखा कूड़ा नीला कूड़ादान में डाला जा सके और बाकि हरा कूड़ादान में. नीला कूड़ादान में आपका पेपर, पॉलीथिन, और अन्य सूखा कूड़ा डाला जायेगा. जिससे कम्पनी को सूखा और गीला कूड़ा अलग करने में दिक्क्त नहीं होगी और उनका समय बचेगा.

हरा कूड़ादान क्या है | What is Green Dustbin in Hindi !!

हरा कूड़ादान वो कूड़ादान है जिसमे किचन और गार्डन से संबंधित कचरा ही डाला जाएगा। इसमें सब्जियों और फलों के छिलके, बचा खाना, गले सड़े फल एवं सब्जियां और अन्य चींजे डाल सकते हैं. बाकि कूड़ा नीला कूड़ादान में डाला जायेगा। हम इस प्रकार भी कह सकते है की इसमें कार्बनिक कूड़ा डाला जायेगा. ये योजना इसलिए चलाई गयी है जिससे हरी सब्जी, फल, बगीचो का कचरा और किचन का सामान अलग किया जा सके दूसरे कूड़े से. इससे कम्पनी को कम समय में दोनों प्रकार के कूड़ों को अलग करने में मदद मिलेगी और कम्पनी व निगम का समय भी बचेगा.

Difference between Blue Dustbin and Green Dustbin in Hindi | नीले कूड़ेदान और हरे रंग कूड़ेदान में क्या अंतर है !!

# ये सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य संभालने वाली कम्पनिओ ने योजना निकाली है जिसमे दो प्रकार के कूड़ेदान होंगे। एक हरा जिसमे किचन और गार्डन से संबंधित कचरा ही डाला जाएगा और दूसरा नीला जिसमे सूखा कूड़ा और पॉलीथिन, और खराब पेपर आदि डाले जायेंगे.

# हरा कूड़ादान कार्बनिक कूड़ा डालने के लिए है और नीला कूड़ादान अकार्बनिक कूड़ा डालने के लिए है.

# ये दोनों स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा हैं जिनके द्वारा कूड़े के ऊपर काम रही कंपनियों का समय और मेहनत हो बचाया जायेगा.

# ये योजना 5 जून से लागू की जानी है जिसमे हरा और नीला कूड़ादान दिया जायेगा. जिसमे घरवालों को कूड़ेवाले को सूखा कूड़ा नीले कूड़ेदान में और गिला कूड़ा अर्थात सब्जी, फल, किचन का सामान और बगीचे का कूड़ा आदि हरे कूड़ेदान में अलग अलग देना होगा.

# नीला कूड़ादान अन्य जंक सामान और कूड़े का प्रतीक बनाते हुए ब्लू कैटागोरी में रखा गया है और हरा कूड़ादान हरि चीजों का प्रतीक मानते हुए ग्रीन कैटागोरी में रखा गया है.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

✔️ izoozo.com Provide Hindi & English Content Writing Services @ low Cost ✔️अंकिता शुक्ला Oyehero.com की कंटेंट हेड हैं. जिन्होंने Oyehero.com में दी गयी सारी जानकारी खुद लिखी है. ये SEO से जुडी सारे तथ्य खुद हैंडल करती हैं. इनकी रूचि नई चीजों की खोज करने और उनको आप तक पहुंचाने में सबसे अधिक है. इन्हे 4.5 साल का SEO और 6.5 साल का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है !! नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग कैसा लगा. बताना न भूले - धन्यवाद ??? !!

Leave a Reply