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भृगु झील मनाली का इतिहास !!

भृगु झील परिचय !!

दोस्तों नमस्कार , आज का लेख में हम भृगु झील की विस्तृत चर्चा करेंगे । अगर आप यहां पर घूमने जाना जाते हैं । तो आपको सभी जरूरतमद जानकारी इस आलेख में मिल जाएगी | भृगु झील भारत की हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है | इस झील के साथ-साथ अन्य और भी बहुत प्रसिद्ध तीर्थस्थल बने हुए हैं | तथा बहुत सी झीले भी है । पर आपको इस झील में अलग ही विशेषता नजर आएगी । भृगु झील तकरीबन 4235 मीटर यानी कि 13894 फुट के दायरे में फैली हुई है | भृगु झील का हमारी हिंदू समाज और हिंदू धर्म के अंदर बहुत ही ज्यादा महत्व है | इस झील का वर्णन पुराने शास्त्रों के अंदर भी किया गया है।भृगु झील हिमालय नदी के किनारे पर बनी हुई है। उस किनारे को ऋषि भृगु झील के नाम से भी जाना जाता है | ऋषि भृगु बहुत ही प्राचीन समय में हिंदू धर्म के अंदर सबसे महान 7 ऋषियों में से एक थे । यहां के स्थानीय लोगों का यह मानना है कि ऋषि भृगु ने भृगु झील पर बहुत सालों तक तपस्या की थी ।

शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि ऋषि भृगु ने यहां पर बहुत साल तपस्या करने के बाद एक भृगु समिता लिखी थी । जिसके माध्यम से आप भूतकाल भविष्य काल और वर्तमान काल की संपूर्ण जानकारी ले सकते थे । या उसको महसूस कर सकते थे । यहां पर एक प्रसिद्ध नेहरू कुंड भी स्थित है । जो सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र यहां पर माना जाता है।

भृगु झील कुछ रोचक तथ्य !!

भृगु झील पर देश विदेश से बहुत ज्यादा पर्यटक आते हैं । जो यहां पर बर्फीली सड़क के ऊपर ट्रैकिंग कर कर अपना रोमांच पूरा करते हैं । अगर आपको यहां पर बनी ऊंचाई वाली हिमनद की झीलों में ट्रैकिंग करनी है तो आपको उसके लिए अति साहसी होना जरूरी है । पर यहां पर डरने वाली कोई बात नहीं है जब आप ट्रैकिंग करते हैं तो आपको यहां के जो ट्रैक्टर होते हैं वह आप की पूर्णता मदद करते हैं। वैसे देखा जाए तो इन ऊँची झीलों पर पहुंचना बहुत ही मुश्किल होता है । आपको यहां पर पहुंचने के लिए बहुत लंबी यात्रा करनी पड़ती है इसमें आपको पैदल यात्रा करनी होगी। क्योंकि यहां के रास्ते बहुत ही दुर्गम है। यह भृगु झील हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध रोहतांग के पास सबसे प्रसिद्ध झील है । अगर आप यहां पर पहली बार जा रहे हैं तो आपको पैदल चलना चाहिए | क्योंकि है पैदल यात्रा बहुत ही रोमांच और मनोरंजन से भरी होती है । भृगु झील ट्रैक की चढ़ाई करने पर आपको तकरीबन 14000 फीट ऊंची बहुत ही ज्यादा आकर्षक और प्राकृतिक बर्फ से गिरे पहाड़ों के लुभावनी दृश्य को देखने का अनुभव मिल सकता है ।

वैसे देखा जाए तो भृगु झील की ट्रैकिंग करना सबसे आसान बताया जाता है | और जो लोग अपनी फिटनेस की ओर ध्यान देते हैं वह यहां पर पैदल यात्रा करने का ज्यादा बताते हैं ।

भृगु झील यात्रा के लिए सबसे उचित मौसम !!

अगर आप यहां पर घूमने जा रहे हैं तो आपको यह पता कर लेना चाहिए कि यहां पर घूमने के लिए यात्रा का सबसे अच्छा मौसम कौन सा होता है । आपको बता दें कि मई से अक्टूबर के बीच जो महीने हैं घूमने के लिए बहुत ही ज्यादा बढ़िया रहते हैं। आप इसके लिए निश्चित होकर योजना बना सकते हैं । इससे भी अच्छा अगर जून से लेकर अगस्त के जो महीने हैं वह बेहतर रहते हैं परंतु उस समय पर पहाड़ियों के अंदर बर्फ की चट्टानों का भुरख्लन होने की ज्यादा संभावना रहती है जो कि बहुत ज्यादा खतरनाक है | गर्मियों के दिनों में क्षेत्र का तापमान तकरीबन 20 से 25 डिग्री सेल्सियस हो जाता है रात के समय में गिरकर 5 से 7 डिग्री सेल्सियस हो जाता है | सर्दियों के मौसम में यही तापमान दिन के समय 10 से 15 डिग्री सेल्सियस और रात के समय 0 -7 डिग्री सेल्सियस हो जाता है । भृगु झील तकरीबन आधे साल जमी रहती है

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Ankita Shukla

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