सूची
अक्षरधाम मंदिर का परिचय !!
हेलो दोस्तो नमस्कार , आज के आलेख में हम दुनिया की सबसे प्रसिद्ध मंदिर अक्षरधाम मंदिर के बारे में आपको संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाएंगे | अक्षरधाम मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है । अक्षरधाम मंदिर राजधानी नई दिल्ली के पांडव नगर मैं स्थित है | यह मंदिर पूर्णतया भगवान श्री स्वामी नारायण जी का है | इस मंदिर के अंदर भगवान श्री स्वामीनारायण जी की एक विशाल मूर्ति की भी स्थापना की गई है। भगवान श्री स्वामीनारायण जी के इस मंदिर को लोग अक्षरधाम के नाम से भी जानते हैं। अक्षरधाम मंदिर वास्तव में हमारे भारत की सम्पूर्ण संस्कृति और प्राचीन कला , शिल्प कला और हस्तकला का बेहतरीन स्वरूप है । जैसा कि हमने आपको बताया यह मंदिर विश्व के अंदर हिंदुओं के मंदिरों में सबसे बड़ा मंदिर है इसको 26 दिसंबर 2007 को दुनिया के मशहूर जगहो के नाम में अर्थात वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की एक बुक जिसे हम गिनीज बुक के नाम से जानते हैं उसके अंदर इसको शामिल कर लिया गया है | राजधानी में आने वाले 70 से 80 प्रतिशत पर्यटक इस मंदिर को देखने आते हैं।
अक्षरधाम मंदिर का इतिहास | Akshardham Temple History In Hindi
अक्षरधाम मंदिर स्थापना !!
अक्षरधाम मंदिर का निर्माण 8 नवंबर 2000 को आराम हुआ था और 6 नवंबर 2005 को आधिकारिक तौर पर इसका शुभ आरंभ कर दिया गया । मंदिर के निर्माण कार्य में कुल 5 सालों का समय लगा था |अक्षरधाम के पूर्ण आवरण की बात करें तो यह 141 फुट यानी कि 43 मीटर ऊंचा है और 316 फुट यानी कि 96 मीटर में फैला हुआ है और कुल 356 फुट यानी कि 109 मीटर लंबा है | अक्षरधाम मंदिर के निर्माण में मंदिर के प्रमुख बोचासन के स्वामी जी महाराज श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण सत्ता के पूर्ण सहयोग से कुल 11000 कारीगरों तथा 3000 से ज्यादा समय सेवकों का बहुत ही ज्यादा सहयोग रहा | अक्षरधाम मंदिर का नमूना बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और देखने लायक है जो दिल्ली में तकरीबन 10000 साल वर्ष प्राचीन भारतीय सभ्यता सांस्कृतिक हस्तकला और आध्यात्मिकता का परिवेश करवाता है। इसके निर्माण में बहुत ही लोगों ने योगदान दिया था। अक्षरधाम मंदिर को श्री डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम मैं अपने कर कमलों से 6 नवंबर 2005 को आरंभ किया था। अक्षरधाम मंदिर यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण पूर्ण रूप से वास्तु शास्त्र और पंच रात्र शास्त्र के विधि विधान के अनुसार हुआ है |
अक्षरधाम मंदिर रोचक तथ्य | Akshardham Temple Facts in Hindi !!
आगे मंदिर के बारे में कुछ अन्य जानकारी से हम आपको अवगत करवाते हैं !!
–अक्षरधाम का मंदिर तकरीबन 83342 वर्ग फुट यानी कि लगभग 100 एकड़ की भूमि पर फैला हुआ है
–अक्षरधाम मंदिर के पुराने निर्माण के लिए राजस्थान राज्य में से 6000 टन से भी ज्यादा बलुआ पत्थर का इस्तेमाल इसमें किया गया है
— अक्षरधाम मंदिर की खास बात यह है कि मंदिर निर्माण के किसी भी दीवार या पिलर में स्टील और कंक्रीट का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया गया।
— अक्षरधाम मंदिर के निर्माण कार्य में कुल 400 करोड़ रुपए की पुंगी लगी थी।
–अक्षरधाम मंदिर में बहुत ही ज्यादा आकर्षित 3 प्रदर्शनी हॉल बनाए गए हैं। होल के अंदर आनंद दर्शन, संस्कृति विहार, और नीलकंठ के दर्शन हैं।
–अक्षरधाम के पूरे मंदिर परिषद में दीवारों और सतम्भ की कुल मूर्तियां 20000 से भी ज्यादा है|
— अक्षरधाम मंदिर को कुल 5 भागों में बांटा गया है सबसे खास बात कि इसका मुख्य परिसर मंदिर के बिल्कुल केंद्र में है।
–अक्षरधाम मंदिर में उचे स्मारकों का आकार 350 फुट लंबा व 315 फुट चौड़ा और 141 फुट ऊंचा है | जो देखने में बहुत ही आकर्षक है।
— अक्षरधाम मंदिर के अंदर जगह जगह पर सिक्योरिटी सिस्टम का पूर्णता ध्यान रखा गया है।
— मंदिर के प्रांगण के भीतर भारत उपवन अर्थात भारत का गार्डन एक बहुत ही विश्वसनीय उद्यान बनाया गया है। जहां पर बच्चों की पीतल से बनी मूर्तियां और स्वतंत्रता सेनानियों और मशहूर हस्तियों और भारत देश की उल्लेखनीय प्रसिद्धियों का बेहतरीन प्रदर्शन किया गया है |
— मंदिर में साईं काल के समय एक बहुत ही सुंदर संगीतमय पानी के फव्वारे का 15 मिनट तक प्रदर्शन किया जाता है जो मानव के जीवन चक्र को दर्शाता है।
— अक्षरधाम मंदिर यात्रियों के लिए कुछ प्रवेश शुल्क का निर्धारण भी किया गया है जिसके अंदर व्यस्क हेतु ₹170 , सीनियर सिटीजन यानी कि जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा हो ₹125, बच्चों के लिए (4 से 11 साल) ₹100 और 4 साल छोटे बच्चे के लिए एंट्री निशुल्क है|
— अगर आपको मंदिर मैं वाटर शो देखना है तो उसके लिए आपको प्रवेश शुल्क अलग से देना पड़ेगा जिसके अंदर व्यस्त के लिए ₹80 , सीनियर सिटीजन यानी कि 60 साल से ज्यादा वाले के लिए भी ₹80 बच्चे 4 से 11 साल तक ₹50 और 4 साल से नीचे वाले बच्चों के लिए प्रवेश निशुल्क है।
— इन सब के बाद मंदिर के अंदर प्रवेश के समय की बात करें तो आपको सुबह 10:00 बजे से रात के 8:00 बजे तक दर्शन करने दिया जा सकता है ध्यान रखें कि शाम के वक्त 6:00 बजे से पहले आप अपनी टिकट अवश्य कट वाले क्योंकि टिकट काउंटर 6:00 बजे बंद हो जाता है।
— अगर आप मंदिर के अंदर खाने की वस्तु या फिर कचरा फैलाते नजर आते हैं तो आपको निर्धारित दंड शुल्क भरना पड़ सकता है| कृपया आप खाने की चीज बाहर ही खाएं।
— सबसे खास बात आप कभी भी मंदिर सोमवार को मत घूमने जाना क्योंकि मंदिर सोमवार को बंद रहता है और बाकी 6 दिन खुला रहता है|
— मंदिर के केंद्र परिसर में वीडियोग्राफी करना वर्जित है उचित प्रार्थना करके वीडियो आप बना सकते हैं| अगर आप बिना परमिशन के वीडियो बनाते पाए जाते हैं तो आपको उचित फाइन भरना होगा |
हमें आशा है कि हमारे द्वारा दी गई सूचना से आप संतुष्ट होंगे | रोचक स्थानों की जानकारी के लिए आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं कि आप कहां जाना चाहते हैं | ताकि और रोचक जानकारी आपके लिए हम यहां लेकर आए |
अक्षरधाम मंदिर खुलने का समय !!
9:30 am
अक्षरधाम मंदिर कब बंद रहता है !!
सोमवार
अक्षरधाम मंदिर फोटो | Akshardham Temple Images !!