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बेसबैंड और ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको बताने जा रहे हैं की “बेसबैंड और ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन क्या होता है और इन दोनों में क्या अंतर होते हैं”. लोगों की जिज्ञासा ने हमे भी इस टॉपिक को व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया है. जैसा कि हम सब जानते कि आज के समय में लोगों को इंटरनेट की आदत पड़ चुकी है जब बात इंटरनेट की आती है तो हम wifi को भी याद करते ही हैं जो कि इंटरनेट का सबसे जाना माना भाग है. लेकिन कुछ लोगों के मन में सवाल खड़ा हो जाता है कि wifi आखिर है क्या और इसकी पूरी प्रोसेस क्या है. लेकिन वहीं कुछ लोगों को पता है कि wifi क्या और ये ब्रॉडबैंड, राऊटर आदि से उतपन्न होता है तब लोगों के मन में सवाल जगता है कि ब्रॉडबैंड क्या है और साथ ही बेसबैंड भी क्या है. इन्ही सभी सवालों के जबाब को जानने के लिए कई सारे कमेंट हमारे पास भी आये जिनके जबाब देने की हम कोशिश इस टॉपिक में करेंगे।

बेसबैंड क्या है | What is Baseband in Hindi !!

बेसबैंड एक ट्रांसमिशन होता है जिसमे पूरी मीडिया बैंडविड्थ को सिंगल चैनल में प्रयोग करते है. बेसबैंड को मुख्य रूप से डिजिटल सिग्नल के लिए प्रयोग किया जाता है साथ ही इसका प्रयोग एनालॉग सिग्नल में भी होता है. लेन कनेक्शन में भी बेसबैंड सिग्नल का उपयोग आमतौर से किया जाता है.

ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन क्या होता है | What is Broadband Transmission in Hindi !!

ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन एक वाइड बैंडविड्थ डाटा ट्रांसमिशन होता है जो कई सारे सिग्नल और ट्रैफिक टाइप्स को ट्रांसपोर्ट करने में मुख्य भूमिका निभाता है. इसमें जिस मेडियम का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है वो coaxial cable, optical fiber, radio या twisted pair होते हैं.  ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन के द्वारा काफी हाई स्पीड में इंटरनेट को एक्सेस करते है. इसमें एक से अधिक लोग एक साथ इंटरनेट को एक्सेस कर सकते हैं. ये एक बॉक्स की तरह होता है.

ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन का फुल फॉर्म ब्रॉड बैंडविड्थ ट्रांसमिशन है जिसे हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन के नाम से भी जाना जाता है. ब्रॉडबैंड में वाइड बैंड की फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल होता है जिससे इनफार्मेशन ट्रांसमिट करना आसान हो जाता है.

बेसबैंड और ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन में क्या अंतर है | Difference between Baseband and Broadband Transmission in Hindi !!

# बेसबैंड और ब्रॉडबैंड दोनों सिग्नल की तकनीक होती हैं. इन्हे अलग अलग सिग्नल फॉर्मेट और मॉडुलेशन तकनीक के अनुसार बनाया गया है.

# बेसबैंड ट्रांसमिशन में केबल की पूरी बैंडविड्थ सिंगल सिग्नल के माध्यम से उपयोग की जाती है जबकि ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन में सिंगल चैनल से बहुत सारे सिग्नल को बहुत सारी फ्रीक्वेंसी के जरिये भेजा जाता है.

# बेसबैंड में डिजिटल सिग्नल का प्रयोग होता है जबकि ब्रॉडबैंड में एनालॉग सिग्नल का प्रयोग होता है.

# बेसबैंड बस टोपोलॉजी पे कार्य करते हैं जबकि ब्रॉडबैंड ट्री टोपोलॉजी का प्रयोग करते हैं.

# बेसबैंड में मेनचेस्टर और डिफरेंशियल मेनचेस्टर एन्कोडिंग का प्रयोग होता है जबकि ब्रॉडबैंड में PSK एन्कोडिंग का प्रयोग होता है.

# बेसबैंड Bidirectional ट्रांसमिशन होता है जबकि ब्रॉडबैंड यूनिडायरेक्शनल ट्रांसमिशन होता है.

# बेसबैंड में सिग्नल कम दूरी को ही तय करता है जबकि ब्रॉडबैंड में सिग्नल लम्बी दुरी तक जाते हैं.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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