आकाशगंगा की परिभाषा | Definition of Galaxy in Hindi !!
आकाश गंगा जिसे क्षीरमार्ग कहा जाता है इसे लोग गैलेक्सी भी कहते है, जिसमें हमारा पूरा सौर मण्डल स्थित होता है। आकाशगंगा की आकृति में एक सर्पिल (स्पाइरल) होती है, जिसका एक बहुत बड़ा केंद्र रहता है और उस से कई वक्र हुजाएँ निकलती हैं। हमारा सौर मण्डल इसकी ओरायन-सिग्नस भुजा पर स्थित रहता है। क्षीरमार्ग में लगभग 100 अरब से 400 अरब के बीच तारे होते हैं और यह भी अनुमान लगाया जाता है कि यहां लगभग 50 अरब ग्रह भी होते है, जिनमें से 50 करोड़ अपने तारों से ‘जीवन-योग्य तापमान’ की दूरी पर स्थित रहते हैं।