Adverb का हिंदी में अर्थ क्रिया विशेषण है। Adverb वह शब्द होते हैं जो किसी क्रिया या फिर विशेषण को विशेषता देते हैं या फिर खास बनाते हैं या उनका अर्थ और भी ज्यादा स्पष्ट कर देते हैं। दूसरी भाषा में कहें तो Adverb यानि क्रिया विशेषण क्रिया के लिए ठीक उसी प्रकार से काम करते हैं जैसे कि एडजेक्टिव यानि कि विशेषण संज्ञा के लिए करता है। कई बार Adverb से Adverb को ही विशेषता भी दी जाती है।
ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि संज्ञा और सर्वनाम के लिए जिस तरह से विशेषण है। ठीक उसी तरह से क्रिया के लिए Adverb यानि क्रिया विशेषण है। और Adverb यानि क्रिया विशेषण के लिए भी Adverb ही है।
नीचे दिए गए उदाहरण से हम आसानी से Adverb यानि क्रिया विशेषण का अर्थ समझ सकते हैं।
राम बहुत तेज भागता है।
Ram runs very fast.
उक्त उदाहरण में राम भागता है। यह एक क्रिया है। भागना एक क्रिया है जो राम की क्रिया को दर्शा रहा है। लेकिन अगर हम इसके साथ तेज शब्द का प्रयोग कर रहे हैं तो राम की भागने की क्रिया की विशेषता तेज से ही पता चल पा रही है। ऐसे में तेज शब्द को हम Adverb यानि कि क्रिया विशेषण कहेंगे।
सूची
Adverb यानि क्रिया विशेषण नीचे दिए गए प्रकार के होते हैं—
Adverb यानि क्रिया विशेषण मुख्य तौर पर चार ही प्रकार के होते हैं। यह रीति, समय, स्थान और परिमाण के हिसाब से अलग अलग प्रकार के होते है। आगे इनमें कई प्रकार और भी निकल आते हैं लेकिन मुख्य तौर पर विशेषण चार ही प्रकार के होते है। जिन्हें हम नीचे उदाहरण के माध्यम से समझेंगे।
रीतिवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Manner )
कालवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Time )
स्थानवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Place)
परिमाणवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Quantity)
रीतिवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Manner )
रीतिवाचक क्रिया विशेषण वह क्रिया विशेषण है जिसमें किसी काम के होने के प्रकार का विवरण हो। साधारण भाषा में कहें तो किसी काम को किसी अंदाज में किया जा रहा है यह दर्शाने के लिए ही हम रीतिवाचक क्रिया विशेषण का प्रयोग करते है।
उदाहरण—
राम ने काफी गंदा होमवर्क किया है।
Ram has completed his homework in a very bad manner.
इसमें गंदा शब्द दर्शा रहा है कि होमवर्क यानि कि क्रियात्मक शब्द किस अंदाज और स्तर पर हुआ है।
कालवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Time )
कालवाचक क्रिया विशेषण वह है जो समय का एहसास करवाए। ऐसे में इसका प्रयोग समय काल के बोध के लिए किया जाता है ताकि पता चले कि कोई क्रिया या काम किस समय हुआ।
उदाहरण —
राम दोपहर तीन बजे स्कूल से लौटता है।
Ram returns from school around 3 pm.
राम स्कूल से लौटता है यहां तक तो क्रिया स्पष्ट हो रही है लेकिन किस समय यह क्रिया घटित होती है यह कालवाचक क्रिया विशेषण से पता चलता है।
स्थानवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Place)
जैसा कि आपको पता है हर क्रिया किसी न किसी स्थान पर होती है। ऐसे में स्थान का बोध इसी क्रिया विशेषण से किया जाता है।
उदाहरण —
राम इंटरव्यू के लिए चंडीगढ़ जा रहा है।
Ram is going to Chandigarh for his interview.
इसमें राम कहीं जा रहा है यह तो क्रिया है लेकिन वह कहां जा रहा है यह स्थानवाचक क्रिया विशेषण से ही ज्ञात हो रहा है।
परिमाणवाचक क्रिया विशेषण (Adverb of Quantity)
जैसा कि नाम से ही ज्ञात हो रहा है कि इस क्रिया विशेषण से परिमाण का ज्ञात होगा। क्रिया विशेषण किसी क्रिया के परिमाण का बोध करवाए उसे हम परिमाणवाचक क्रिया विशेषण कहते है।
उदाहरण —
राम बहुत ज्यादा पढ़ाई करता है।
Ram studies a lot.
उक्त उदाहरण में राम पढ़ाई करता है यह क्रिया है। लेकिन राम बहुत ज्यादा पढ़ाई करता है यहां बहुत ज्यादा शब्द क्रिया विशेषण का काम कर रहा है।