नमस्कार दोस्तों…आज हम आपके लिए एक ऐसा अनोखा टॉपिक लेके आये हैं, जिसके बारे में हर कोई कभी न कभी बात जरूर करता है, और तो और यह हर किसी की जिंदगी में एक बहोत अहम रोल भी रखता है, जी हाँ दोस्तों आज हम षड़यंत्र की बात करने जा रहे हैं. षड़यंत्र की शुरुआत त्रेता युग में मंथरा के द्वारा हुई थी, जिसके बाद एक दूसरा षड़यंत्र रावण ने सीता के लिए रचा था. ये तो कुछ उदाहरण है लेकिन आज के जमाने में हर कोई किसी न किसी प्रकार का षड़यंत्र जरूर रचता है. तो चलिए जानते हैं षड़यंत्र शायरी के बारे में !!