नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “System Software and Application Software” अर्थात “सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दरसल सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर के दो भाग हैं, जिनमे सिस्टम सॉफ्टवेयर का कार्य एक इंटरफ़ेस के रूप में हार्डवेयर और एप्लीकेशन के मध्य होता है और वैसे तो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर भी कार्य एक इंटरफ़ेस का ही करता है, लेकिन ये यूजर और सिस्टम सॉफ्टवेयर के मध्य का इंटरफ़ेस होता है. आज हम आपको इन्ही के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या है | What is System Software in Hindi !!
सिस्टम सॉफ्टवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर ही है, जिसे लौ लेवल लैंग्वेज में लिखा जाता है जैसे: असेंबली लैंग्वेज, आदि. इसे बनाने का मुख्य उद्देश्य यह कि इसके द्वारा सिस्टम के सभी रिसोर्सेज को कण्ट्रोल व मैनेज किया जा सके. ये मेमोरी मैनेजमेंट, प्रोसेस मैनेजमेंट, सिस्टम की प्रोटेक्शन और सिक्योरिटी के लिए उपयोगी होता है. सिस्टम सॉफ्टवेयर अन्य सॉफ़्टवेयर जैसे एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर के लिए कंप्यूटिंग वातावरण भी प्रदान करता है। ये हार्डवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के मध्य इंटरफ़ेस का कार्य करता है.
इसकी सहायता से यूजर आसानी से सिस्टम को समझ पाता है और सिस्टम में अपनी कमांड दे पाता है. ये तब से चलना शुरू हो जाता है जब हम सिस्टम को स्टार्ट करते हैं और उसी समय से अपना कार्य अर्थात सिस्टम के रिसोर्स को कण्ट्रोल व मैनेज करने लगता है और ये तब तक अपना कार्य करता है जब तक हम सिस्टम को शट डाउन नहीं करते।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है | What is Application Software in Hindi !!
अब बात करते हैं एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कि ये भी एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है, जिसे हाई लेवल लैंग्वेज में लिखा जाता है जैसे: Java, VB, .net, आदि. इसे बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि ये यूजर और सिस्टम सॉफ्टवेयर के मध्य इंटरफ़ेस का कार्य कर सके. ये यूजर की स्पेसिफिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। ये कंप्यूटिंग सोफ्टवेयर, एडिटिंग सॉफ्टवेयर, डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर, आदि भी हो सकते हैं. अर्थात प्रत्येक एप्लीकेशन को उसके स्पेसिफिक कार्य हेतु डिज़ाइन किया गया होता है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण: MS word, आदि हैं.
Difference between System Software and Application Software in Hindi | सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में क्या अंतर है !!
# सिस्टम सॉफ्टवेयर को लौ लेवल लैंग्वेज में बनाया जाता है और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को हाई लेवल लैंग्वेज में बनाया जाता है.
# सिस्टम सॉफ्टवेयर हार्डवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के मध्य इंटरफ़ेस का कार्य करता है जबकि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, यूजर और सिस्टम सॉफ्टवेयर के मध्य इंटरफ़ेस का कार्य करता है.
# सिस्टम सॉफ्टवेयर, सिस्टम के रिसोर्स को कण्ट्रोल व मैनेज करने के लिए बनाया जाता है जबकि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को यूजर के एक स्पेसिफिएस जरूरत के लिए बनाया गया होता है.
# सिस्टम सॉफ्टवेयर खुद व खुद स्टार्ट हो जाता है जब सिस्टम टर्न ऑन होता है और खुद व खुद बंद हो जाता है जब सिस्टम शट डाउन होता है जबकि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर यूजर के द्वारा स्टार्ट व बंद किया जाता है.
# सिस्टम सॉफ्टवेयर को डिज़ाइन करने का एक सामान्य उद्देश्य होता है जबकि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को डिज़ाइन एक विशेष उद्देश्य के लिए किया जाता है.
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