प्यार की परिभाषा | Love Definition in Hindi !!
जब हम किसी की ख़ुशी में अपनी ख़ुशी देखते हैं और उसकी कमियों को नजरअंदाज करते हुए उसे अपनाते हैं, वही प्यार कहलाता है. प्यार हमेशा पाने या खोने का नाम नहीं होता है, ये वो understanding है जो दो लोगों के बीच होती है. प्यार में कभी भी हम एक दूसरे की बेइज्जती और लोगों के सामने नहीं करते हैं. और न ही उनकी कमियों को दूसरों के सामने लाते हैं. यही प्यार है.
- प्यार जिस्म से नहीं बल्कि रूह से होता है.
- प्यार में दूसरे की ख़ुशी अपनी ख़ुशी से ज्यादा महत्व रखती है.
- प्यार में दोस्ती का होना बहुत जरूरी है. तभी हम एक दूसरे को ज्यादा अच्छे से समझते हैं.
- प्यार में कभी भी धोखा नाम का शब्द नहीं होता है और यदि ये शब्द भींच में आ गया तो वहां प्यार है ही नहीं.
- प्यार में दूसरे के दिल में क्या है हम समझ जाते हैं उसके बिना बोले ही.
- किसी भी प्यार की अच्छी शुरुआत दोस्ती से ही हो सकती है, इसलिए पहले दोस्ती करो फिर प्यार तब दोनों के बीच समझदारी अच्छी बनी रहती है.
- जब कोई आपको प्यार करता है तो वो आपके लिए वक्त निकल ही लेता है चाहें वो कितना भी व्यस्त क्यों न हो.
- प्यार में एक सीमा होती है और जब लोग उस सीमा को पार कर देते हैं तो वो प्यार कुछ और ही रूप ले लेता है जो बाद में अभिशाप बन जाता है.
- जब कोई आपको प्यार करता है तो वो आपसे मिलने और बात करने के बहाने ढूंढ़ता है.