नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “की और का” के विषय में जानकारी देने जा रहे हैं. इन दोनों का प्रयोग हिंदी भाषा में होता है. वैसे तो इनमे कंफ्यूज होने जैसी कोई बात नहीं होती है. लेकिन यदि दोनों के कांसेप्ट पे ध्यान दिया जाये तो लोगों के मन में इन्हे लेके कुछ सवाल जरूर उत्तपन्न हो जाते हैं. जिन्हे हम बताने का प्रयास करेंगे. आज हम आपको बताएंगे कि “की और का क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
की क्या है | What is Ki in Hindi !!
कभी भी किसी चीज से खुद को या किसी और को जोड़ते हैं तो वहां दो प्रकार के शब्दों का प्रयोग होता है. “का” या “की”. और क्यूँकि हम बात “की” की कर रहे हैं तो ये उन चीजों या व्यक्ति के साथ प्रयोग की जाती हैं, जिसका अर्थ स्त्रीलिंग निकलता है.
जैसे कि: मेरी माँ की साड़ी। (यहाँ “की” का प्रयोग साड़ी के साथ किया गया है, जिसे हम एक स्त्रीलिंग भाव में लिखते, समझते और पढ़ते हैं).
का क्या है | What is Ka in Hindi !!
जब हम किसी चीज से खुद को या किसी और को जोड़ते हैं तो वहां दो प्रकार के शब्दों का उपयोग किया जाता है. “का” और “की”. और क्यूँकि हम बात “का” की कर रहे हैं तो ये उन चीजों या व्यक्ति के साथ प्रयोग की जाती हैं, जिसका अर्थ पुल्लिंग निकलता है.
जैसे कि: मेरे पिता जी का कुर्ता धुलने के लिए दिया गया है. (यहाँ “का” का प्रयोग कुर्ते के साथ किया गया है, जिसे हम पुल्लिंग लिखते, समझते या पढ़ते हैं).
Difference between Ki and Ka in Hindi | का और की में क्या अंतर है !!
# का और की दोनों का प्रयोग किसी वस्तु, स्थान या व्यक्ति के साथ संबंध को दर्शाने के लिए होता है.
# का और की दोनों का अर्थ अंग्रेजी में “Of” है.
# का को उन चीजों या व्यक्ति के साथ प्रयोग करते हैं जो पुल्लिंग होते है और की को उन चीजों या व्यक्ति के साथ प्रयोग करते हैं जो स्त्रीलिंग में आती हैं.
# उदाहरण: गीता की घड़ी (की) और राहुल का जूता (का) बहुत महंगे है.
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