नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Flood and Drought” अर्थात “बाढ़ और सूखा” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “बाढ़ और सूखा क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही अलग अलग प्रकार की आपदा हैं, जिनके आने से लोगों को जान और माल दोनों की काफी हानि झेलनी पड़ती है. आज हम आपको इन्ही दोनों के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
बाढ़ क्या है | What is Flood in Hindi !!
बाढ़ एक प्रकार की प्राकृतिक आपदा है जो अत्यधिक वर्षा होने के कारण नदियों की क्षमता में सामान्य से अधिक अपवाह हो जाने के कारण आती है। जब वर्षा अधिक हो जाती है, तो नदियों का जल किनारों से बाहर निकलकर मैदानी भागों में भी बहने लग जाता है। जिसके कारण पानी सड़कों, खेतो, बिल्डिंग, घरों, दुकानों सभी स्थान में भरने लगता है. बाढ़ कुछ घण्टों से लेकर कुछ दिनों तक के लिए हो सकती है, लेकिन इससे जन, धन और फसलों को बहुत अधिक हानि हो सकती है।
सूखा क्या है | What is Drought in Hindi !!
जब किसी भी क्षेत्र में कईं महीनों अथवा वर्षों तक जलापूर्ति में कमीं पड़ जाती है तो ऐसी स्थिति को सूखा कहते है। ये तीन प्रकार के होते हैं:
मौसम विज्ञान सम्बंधी सूखा – ये वो सूखा होता है, जो तब पड़ता है जब किसी क्षेत्र में वास्तविक वर्षा वहाँ के जलवायु सम्बंधी अर्थ के अनुसार बहुत कम में मात्रा होती है।
जलीय सूखा – ये सूखा उस समय पड़ता है, जब सतही जल में बहुत अधिक कमीं आती है और उसके कारण नदियां, झीलें और तालाब सूखने लगते हैं.
कृषि सम्बंधी सूखा – मिट्टी की आर्द्रता में कमीं आने के कारण कृषि उत्पादकता में समस्या उत्पन्न होती है.
Difference between Flood and Drought in Hindi | बाढ़ और सूखा में क्या अंतर है !!
# बाढ़ वर्षा के अत्यधिक होने के कारण आती है जबकि सूखा वर्षा के कम होने के कारण आता है.
# बाढ़ में फसलें गीली होकर खराब हो जाती है जबकि सूखा में फसलों को उनकी जरूरत के अनुसार पानी न मिल पाने के कारण फसलें प्रभावित होती हैं.
# बाढ़ में पानी की मात्रा अधिक हो जाती है किसी भी क्षेत्र में जबकि सूखा में पानी की कमी हो जाती है.
# दोनों ही प्राकृतिक आपदा हैं लेकिन अलग अलग प्रकार की.
# बाढ़ से बचने के लिए नदियों और नहरों पर बाढ़ नियंत्रण बांध बनाए जाते हैं। तेज अपवाह को अस्थाई रुप से रोककर और थोड़ी- थोड़ी मात्रा में पानी को छोड़कर नदियों के स्तर को कम किया जाता है जबकि सूखा से बचने के लिए वर्षा के पानी को संग्रहित करना चाहिए और अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए.
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