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(Ego & Attitude) अहंकार और मनोवृत्ति में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Ego and Attitude” अर्थात “अहंकार और रवैया” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “अहंकार और मनोवृत्ति (रवैया) क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?” दोनों ही व्यक्ति के अलग अलग प्रकार के स्वाभाव होते हैं, जिसमे “अहंकार” जिसे अंग्रेजी में हम “ego” कहते हैं वह एक नकारात्मक स्वाभाव को व्यक्त करता है और दूसरी तरफ “रवैया” जिसे हम “attitude” कहते हैं यह व्यक्ति और उसकी स्थिति के ऊपर पूर्ण रूप से निर्भर करता है, यह सकारात्मक व नकारात्मक दोनों हो सकता है, आज हम आपको इन्ही के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

अहंकार क्या है | What is Ego in Hindi!!

अहंकार क्या है | What is Ego in Hindi!!

अहंकार जिसे हमने आपको ऊपर पहले ही बताया है कि इसे अंग्रेजी में ego नाम से जाना जाता है.  अहंकार और कुछ नहीं बल्कि किसी भी व्यक्ति के आत्म-सम्मान, आत्म-महत्व, आत्म-छवि या आत्म-विश्वास की वह भावना है, जो समय समय पर आहत होने के कारण व्यक्ति को क्रोध का अनुभव होता है. यह व्यक्ति के मन का वह हिस्सा होता है जो आमतौर पर चेतन और अचेतन के बीच मध्यस्थता करता है और वास्तविकता परीक्षण और व्यक्तिगत पहचान की भावना के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होता है।

वैसे तो सुनने में यह थोड़ा नकारात्मक लगता है लेकिन कभी कभी यह अच्छा भी सिद्ध होता है, क्यूंकि यह हमारे व्यक्तित्व के निर्माण की पहचान होता है. लेकिन यह वह पहचान होती है जो अंत में गलत सिद्ध हो सकती है, क्योंकि अंत में हमें अनुमान होता है कि यह हमारी पहचान एक कृत्रिम पहचान है.

हर एक व्यक्ति के अंदर एक अलग प्रकार का अहंकार होता है। यह अहंकार अद्वितीय और देखने में कठिन होता है। क्यूंकि यह उन मतों के पीछे छिपा होता है जो सच दिखाई देते हैं जो हमारी पहचान का वर्णन करने के लिए संलग्न होता हैं।

रवैया क्या है | What is the Attitude in Hindi!!

रवैया क्या है | What is the Attitude in Hindi!!

किसी भी व्यक्ति का attitude अर्थात रवैया हमारे अपने व्यवहारों को देखने से ही निर्मित होता है। हम अपना रवैया किसी भी समय किसी भी कारण पर व्यवहार या साहचर्य सीखने के कारण नहीं, बल्कि स्वयं के व्यवहार की टिप्पणियों के कारण बनाते हैं। किसी भी रवैया में आमतौर पर तीन चीजें शामिल होती हैं जैसे कि एक दृष्टिकोण वस्तु, विश्वासों का एक सेट जो या तो वस्तु अच्छा या बुरा होता है और इसे रखने या छुटकारा पाने के लिए वस्तु की ओर व्यवहार करने की प्रवृत्ति होती है।

Attitude को हम व्यक्ति का स्वभाव भी कह सकते हैं, जो समय और परिस्थिति के अनुसार बदलता रहता है. रवैया सकारात्मक और नकारात्मक दोनों हो सकता है. यह व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारने का कार्य भी करता है और व्यक्ति को नीचे गिराने का भी. इसलिए यह व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है, कि व्यक्ति किस दृष्टिकोण को चुनता है.

Difference between Ego and Attitude in Hindi | अहंकार और मनोवृत्ति में क्या अंतर है !!

मनोवृत्ति किसी को भी यह महसूस कराती है कि वह दूसरों से बिलकुल भिन्न है जबकि अहंकार यह महसूस कराता है कि वह दूसरों में अकेला है या नहीं।

# मनोवृति किसी चीज या व्यक्ति के बारे में सोचने या महसूस करने का सुलझा हुआ तरीका है जबकि अहंकार व्यक्ति के आत्म-सम्मान, आत्म-महत्व, आत्म-छवि या आत्म-विश्वास की भावना है.

# मनोवृति उसका अनुसरण है जो किसी व्यक्ति के व्यवहार में परिलक्षित होता है जबकि अहंकार अपना महत्व को ढूढ़ने में व्यस्त रहता है.

# मनोवृत्ति शरीर और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक अन्य विभागों में स्वयं को तत्पर रखती है जबकि अहंकार हमारे स्वाभाव में जुड़ता है तो वह अलग स्थिति को व्यक्त करता है.

# मनोवृति की कोई दर्पण छवि नहीं है जबकि अहंकार की है.

# मनोवृत्ति स्वयं को प्रकृति बनाती है जो नकारात्मक ऊर्जा पैदा करती है और लोगों को एक ही आरोप के साथ आकर्षित करती है, इसलिए इसमें अज्ञानता भी हो सकती है जबकि अहंकार इस मामले में एक सही निर्णय लेने में सक्षम होता है.

धन्यवाद !!

Ankita Shukla

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