सूची
भोजन विकार की परिभाषा | Definition Eating Disorders in Hindi !!
भोजन विकार (eating disorders) एक प्रकार की भोजन से जुड़ी असाधारण समस्या है, जिसमे व्यक्ति पर आमतौर से भोजन, शरीर का वजन या शरीर के आकार से जुड़ा कोई जुनून सा सवार हो जाता है जिसमे वो आवश्यकता से बहुत अधिक भोजन का सेवन करने लगता है या फिर भोजन करना बंद कर देता है या उसे उल्टियां अधिक आने लगती है जिनके परिणामस्वरूप उसको गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। यहां तक कि कुछ मामलों में व्यक्ति को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ जाता है.
भोजन विकार देखने में तो बहुत साधारण समस्या लगती है लेकिन यह समस्या उतनी साधारण नहीं होती है, भोजन विकार के कारण शरीर में कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो जाती है, जिसके कारण व्यक्ति को बहुत सी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है. कभी कभी बीमारी गंभीर रूप भी ले लेती है, जिससे रोगी को जान की हानि भी हो सकती है.
भोजन विकार के प्रकार | Types of Eating Disorder in Hindi !!
यह तीन प्रकार के होते हैं:
अधिक खाने का विकार (Binge-eating disorder)
बिंज ईटिंग डिसऑर्डर में लोग अत्यधिक भोजन खाना शुरू कर देते हैं और उन्हें अपने खाने पर कंट्रोल नहीं रहता। इस प्रकार के विकार में व्यक्ति यदि भूखा न भी हो, तब भी वह जल्दी-जल्दी भोजन का सेवन करता हैं और उम्मीद से अधिक खाता हैं। व्यक्ति इसमें अक्सर तब तक खाते रहते हैं जब तक उनको पेट भरने के बाद बैचेनी सी ना महसूस हो।
बुलिमिया नर्वोसा (Bulimia nervosa)
इसे बुलिमिया भी कहा जाता है। यह गंभीर और संभावित रूप से जीवन के लिए हानिकारक स्थिति का एक रूप है। बुलिमिया नर्वोसा से पीड़ित लोग थोड़े समय में अधिक और बार-बार खाते रहते हैं और फिर अस्वस्थ तरीके से आवश्यकता से अधिक कैलोरी निकालने की कोशिश करते हैं जैसे जबरदस्ती उल्टी करना या अत्यधिक एक्सरसाइज करना, आदि।
एनोरेक्सिया नर्वोसा (Anorexia nervosa)
इसे आम भाषा में एनोरेक्सिया भी कहा जाता है। यह संभावित रूप से जीवन के लिए हानिकारक एक भोजन विकार है, जिसमें लोगों का असाधारण रूप से वजन घटना, वजन बढ़ने का डर रहना और शरीर का वजन व आकार असाधारण होने की धारणा बना लेना आदि शामिल है।