नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “आयुर्वेदिक चिकित्सा और एलोपैथी चिकित्सा चिकित्सा” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बतायंगे कि “आयुर्वेदिक चिकित्सा और एलोपैथिक चिकित्सा क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. जितनी भी दवाइयां आयुर्वेद के अंतर्गत आती हैं, वो सभी पेड़ पौधों, जड़ी बूटियों, आदि के द्वारा निर्मित होती हैं और जो दवाइयां एलोपैथी चिकित्सा के अंतर्गत आती हैं, वो सभी दवाइयां केमिकल के द्वारा बनी होती हैं. आज हम आपको इन्ही दोनों के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
आयुर्वेदिक चिकित्सा क्या है | What is Ayurvedic Medicine in Hindi !!
आयुर्वेदिक चिकित्सा प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जिसे हिन्दू चिकित्सा प्रणाली भी कहा जाता है, यह प्रकृति द्वारा बनाये गए साधनो द्वारा निर्मित चिकित्सा प्रणाली है अर्थात आयुर्वेद पूर्ण रूप से पेड़ पौधों, उनके अर्क, जड़ी बूटियों, आदि पर निर्भर करता है. इसे ऋषि मुनियों द्वारा कई युगों पहले लाया गया था, जो आज भी चिकित्सा का एक बहुत उपयोगकारी विकल्प है. यह चिकित्सा प्रणाली भारत में ही अधिक प्रचलित है. यह प्राकृतिक होने के कारण इसके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं हैं.
एलोपैथिक चिकित्सा क्या है | What is Allopathic Medicine in Hindi !!
आज के समय की आधुनिक चिकित्सा विज्ञान को हम एलोपैथी (Allopathy) या एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति (Allopathic medicine) के नाम से जानते है. इस चिकित्सा के नाम के जन्मदाता होम्योपैथी की रचना करने वाले सैमुएल हैनीमेन थे, जिनका इस नाम को देने के पीछे की अवधारणा ये थी, कि एलोपैथी रोग के लक्षण के स्थान पर अन्य चीज की दवा करने के लिए बनाया जाये। एलोपैथिक चिकित्सा दो शब्दों से मिलकर बना है पहला Allo अर्थात अन्य और दूसरा pathy अर्थात पद्धति या विधि। जिसका अर्थ यही है कि एलोपैथी रोग के लक्षण के स्थान पर अन्य चीज की दवा करे. यह रासायनिक पदार्थों द्वारा बनाया जाता है, आज के समय में एलोपैथी सबसे प्रचिलित चिकित्सा में से एक हैं. लेकिन इसका निर्माण रसायनिक पदार्थों के द्वारा होने के कारण इसके कभी कभी साइड इफ़ेक्ट भी पाए जाते हैं.
Difference between Ayurvedic and Allopathic medicine in Hindi | आयुर्वेदिक और एलोपैथिक चिकित्सा में क्या अंतर है !!
# आयुर्वेद बहुत प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है जबकि एलोपैथी आधुनिक चिकित्सा प्रणाली है.
# आयुर्वेद को रचने वाले पुराने युगों के ऋषि मुनि थे जबकि एलोपैथी को रचने वाले सैमुएल हैनीमेन थे.
# आयुर्वेद पूर्ण रूप से पेड़ पौधों, जड़ी बूटियों पर आधारित हैं जबकि एलोपैथिक चिकित्सा पूर्ण रूप से रासायनिक पदार्थों पर आधारित है.
# आयुर्वेद के कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं होते हैं जबकि एलोपैथी के कई साइड इफेक्ट्स होते हैं.
# आयुर्वेद केवल भारत की जड़ों तक सीमित है जबकि एलोपैथी अब पुरे विश्व की चिकित्सा का भाग बन चुका है.
धन्यवाद !!