नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “DC Motor and DC Generator” अर्थात “डीसी मोटर और डीसी जनरेटर” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “डीसी मोटर और डीसी जनरेटर क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. DC motor केवल Direct current अर्थात दिष्टधारा पर चलता है और DC generator, DC करंट सप्लाई देता है. आज हम आपको इन्ही के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
DC मोटर क्या है | What is DC Motor in Hindi !!
DC मोटर डायरेक्ट करंट अर्थात दिष्टधारा पर चलता है. DC मोटर के द्वारा इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में बदला जा सकता है. DC मोटर का पावर सोर्स दिष्टधारा होती है, जैसे एक बैटरी जो हमे करंट देती है, वो DC करंट ही होती है. DC मोटर में DC पावर सप्लाई के लिए हमे AC टू DC पावर कनवर्टर की जरूरत होती है. DC मोटर में आर्मेचर बाइंडिंग रोटर में रहती है जिसमे ब्रश और कम्यूटेटर जुड़े होते हैं, जिसके कारण इसे अधिक मैंटेनस की आवश्यकता होती है. इसके कम्यूटेटर और ब्रश जल्दी घिसने के कारण इसकी लाइफलाइन कम होती है. इसमें स्पीड कण्ट्रोल के लिए आर्मेचर बाइंडिंग के करंट को कम या ज्यादा किया जाता है.
DC जनरेटर क्या है | What is DC Generator in Hindi !!
DC generators में electromagnetic induction का प्रयोग किया जाता है जिससे करंट को उतपन्न किया जाता है. इसमें उन coil को जिनके द्वारा करंट प्रवाहित होती है उन्हें स्थिर फील्ड में रोटेट कराया जाता हैं. coil के दोनों छोर कम्यूटेटर से जुड़े होते हैं. इसमें धातु के ब्रश इन विभाजन के छल्ले को एक बाहरी सर्किट से जोड़ते हैं और कम्यूटेटर जनरेटर को छोड़ने और वापस लाने के चार्ज को संतुलित करने का कार्य करता है, जिसके परिणामस्वरूप एक करंट अपनी दिशा कभी नहीं बदलती है।
DC generator में मौजूद Rotating parts काफी वजनीले और high current की एक लिमिट तक होते हैं. DC जनरेटर का प्रयोग अधिकतर बहुत बड़े इलेक्ट्रिक मोटर्स को बिजली देने के लिए किया जाता है जैसे कि मेट्रो सिस्टम के लिए, इसके अलावा, DC जनरेटर एक विश्वसनीय और कुशल ऊर्जा आपूर्ति प्रदान करने में कारगर साबित होता हैं जो मोबाइल और ऑफ-ग्रिड उपयोग के लिए उपयोग की जाने वाली बैटरी के बैंकों को चार्ज कर सकते हैं।
Difference between DC Motor and DC Generator in Hindi | DC मोटर और DC जनरेटर में क्या अंतर है !!
# DC मोटर विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता है जबकि DC जनरेटर यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता है.
# DC मोटर फ्लेमिंग के बाएं हाथ के नियम पर कार्य करता है जबकि DC जनरेटर फ्लेमिंग के दाएं हाथ के नियम पर कार्य करता है.
# DC मोटर को स्टार्ट करने के लिए हमे DC करंट की आवश्यकता होती है जबकि DC जनरेटर को स्टार्ट करने के लिए हमे प्राइम मूवर की आवश्यकता होती है.
# DC मोटर एलेक्ट्रोमेग्नाटिक डैम के सिद्धांत पर कार्य करता है जबकि DC जनरेटर फैराडे के एलेक्ट्रोमेग्नाटिक इंडक्शन के सिद्धांत पर कार्य करता है.
# DC मोटर में रोटर तथा स्टेटर दोनों को सप्लाई देने की आवश्यकता होती है जबकि DC जनरेटर में आर्मेचर अर्थात केवल रोटर को सप्लाई देने की आवश्यकता होती है.
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