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क्लाइंट और सर्वर में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “क्लाइंट और सर्वर” के बारे में बताने जा रहे हैं. कई लोगों के मन में ये सवाल दिन प्रतिदिन उठता रहता है. और कई पाठकों का यही सवाल हमारे पास भी आया कि “क्लाइंट और सर्वर में क्या अंतर है” या “Difference between Client and Server in Hindi”. क्यूंकि कई लोगों द्वारा ये सवाल पूछा गया है तो बेशक ही काफी महत्वपूर्ण सवाल है ये. इसलिए आज हम आपको इसी के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि “क्लाइंट और सर्वर क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

Difference between Client and Server in Hindi | क्लाइंट और सर्वर में क्या अंतर है !!

क्लाइंट क्या है | What is Client in Hindi !!

क्लाइंट एक प्रोग्राम या मशीन होता है जो सर्वर को रिक्वेस्ट भेजता है, जिसके बाद उसका रेस्पॉन्स सर्वर द्वारा दिया जाता है. जैसे कि: कोई एक व्यक्ति लैपटॉप से एक वेबसाइट पे अपना रिजल्ट देखना चाहता है. जिसपे उसने अपना रोल नंबर डाला और उसके बाद उस व्यक्ति को उसका रिजल्ट देखने को मिल गया. इस केस में वेबसाइट एक सर्वर का काम करेगी क्यूंकि उसने रिक्वेस्ट लेके उसका रिस्पांस किया और लैपटॉप क्लाइंट होगा क्यूंकि उसके द्वारा रिक्वेस्ट की गयी.

सर्वर क्या है | What is Server in Hindi !!

सर्वर वो प्रोग्राम या मशीन होता है जो किसी भी इनकमिंग रिक्वेस्ट का इंतजार करता है और जब उसको रिक्वेस्ट मिल जाती है तो वो अपनी सर्विस सर्व करता है. जैसे कि: जब कोई व्यक्ति अपनी फेसबुक आईडी खोलना चाहता है लैपटॉप के जरिये. तो वो फेसबुक में अपना फेसबुक आईडी और पासवर्ड डाल देगा और उसके बाद फेसबुक उसका फेसबुक पेज खोल के शो करा देगा. तो इस केस में फेसबुक की वेबसाइट सर्वर है और लैपटॉप क्लाइंट।

Difference between Client and Server in Hindi | क्लाइंट और सर्वर में क्या अंतर है !!

client forms को validate करने में सहायक होती है और Server उसका रिस्पांस करने में.

# Client animation चलाने तथा style sheet को apply करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है जबकि Server, database से request पर डाटा लाना insert, Update, delete, आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

# कोई भी व्यक्ति या चीज यदि किसी सर्विस या सामान के लिए रिक्वेस्ट करती है तो वो क्लाइंट होता है और जो उसको सर्विस या समान सर्व करता है वो सर्वर होता है.

# कोई एक व्यक्ति लैपटॉप से एक वेबसाइट पे अपना रिजल्ट देखना चाहता है. जिसपे उसने अपना रोल नंबर डाला और उसके बाद उस व्यक्ति को उसका रिजल्ट देखने को मिल गया. इस केस में वेबसाइट एक सर्वर का काम करेगी क्यूंकि उसने रिक्वेस्ट लेके उसका रिस्पांस किया और लैपटॉप क्लाइंट होगा क्यूंकि उसके द्वारा रिक्वेस्ट की गयी.

उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से कुछ फायदा अवश्य मिला होगा और साथ ही आपको हमारा ब्लॉग पसंद भी आया होगा. यदि फिर भी आपको कोई गलती दिखाई दे, या कोई सवाल या सुझाव मन में हो. तो आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे कि हम आपकी उम्मीदों पे खरा उतर पाएं। धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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