नमस्कार दोस्तों…. आज हम आपको देश के दो ऐसे मुख्य सेनाओ के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका मुख्य रोल भारत की सुरक्षा में है . जी हाँ दोस्तों। .. आज हम आपको BSF (Border Security Force) और Army के बारे में बताने जा रहे हैं. कई लोग इनका नाम तो रोजाना सुनते हैं और इनके कारनामो की प्रशंशा भी करते हैं लेकिन उन्हें ये नहीं पता होता कि आखिर Border Security Force और Army क्या अलग हैं और इनमे क्या अंतर है और दोनों का कार्य क्या है. इन्ही सब सवालों के जबाब आज हम आपको देने जा रहे हैं. लेकिन इन दोनों में अंतर बताने से पहले हम आपको ये बताएंगे कि ये दोनों हैं क्या और इनका कार्य क्या है. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
BSF क्या है | What is BSF (Border Security Force) in Hindi !!
BSF का पूरा नाम बॉर्डर सिक्योरिटी फाॅर्स है जिसका कार्य शांति के दिनों में देश की सीमा की रक्षा करना होता है. इसका गठन 1965 भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद किया गया जब देखा गया की सीमा की सुरक्षा पुरे साल करने के कारण आर्मी को युद्ध के प्रशिक्षण और तैयारी के लिए समय नहीं मिल पा रहा. तब BSF का निर्माण किया जो पुरे शांति काल के दौरान देश की सीमा सुरक्षा के लिए तैनात रहती है. BSF का मुख्य एक आईपीएस अफसर होता है और ये ग्रह मंत्रालय के अधीन आती है.
आर्मी क्या है | What is Army in Hindi !!
आर्मी का भी काम BSF की तरह देश की सीमा की सुरक्षा करना है. लेकिन ये युद्ध के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात की जाती है. इसका गठन ब्रिटिश सरकार से समय में ही कर दिया गया था. आर्मी भारतीय रक्षा मंत्रालय के तहत आती है. आर्मी के सुप्रीम कमांडर भारत के राष्ट्रपति होते हैं. मुख्य रूप से आर्मी की जिम्मेदारी बाहरी देशों से युद्ध के दौरान देश की सीमा की रक्षा करना है. जब युद्ध की स्थिति होती है तो आर्मी पुरे देश की सीमा की रक्षा करता है.
Difference between BSF and Army in Hindi | BSF और आर्मी में क्या अंतर है !!
# BSF शांतिकाल के दौरान सीमा की रक्षा करती है, किसी भी घुसपैठ पे निगरानी रखती है और उनसे लड़ती है जबकि आर्मी युद्ध के दौरान देश की सीमा की रक्षा करती है.
# Army का गठन स्वतंत्रता से पहले ब्रिटिश सरकार के काल में हुआ था और BSF का गठन 1 दिसंबर 1965 को हुआ.
# BSF का निर्माण इसलिए किया गया क्यूंकि इंडियन आर्मी को पुरे साल देश की सीमा की सुरक्षा करने के कारण युद्ध के प्रशिक्षण के लिए समय नहीं मिल पाता था.
# BSF युद्ध के दौरान आंतरिक सुरक्षा और शांति को बनाये रखने के लिए है और आर्मी युद्ध के दौरान भारतीय सीमा की सुरक्षा बनाये रखने के लिए है.
# BSF का मुख्य एक आईपीएस ऑफिसर होता है जबकि आर्मी का सुपर कमांडर खुद देश का राष्ट्रपति होता है.
# BSF ग्रह मंत्रालय के अधीन होती है और आर्मी भारतीय रक्षा मंत्रालय के तहत आती है.
# BSF युद्ध के दौरान इंडियन आर्मी की बैकअप फाॅर्स की तरह भी काम करती है. जिसे जरूरत पड़ने पे इस्तेमाल किया जा सकता है.
# BSF की अपेक्षा इंडियन आर्मी को कुछ ज्यादा फैसिलिटी दी जाती हैं क्यूंकि इंडियन आर्मी का इस्तेमाल युद्ध के दौरान किया जाता है.
उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!