(Auditing & Investigation) लेखा परीक्षा और जांच पड़ताल में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Auditing and Investigation” अर्थात “लेखा परीक्षा और जाँच पड़ताल” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “लेखा परीक्षा और जाँच पड़ताल क्या है और इनमे क्या अंतर है?”. लेखा परीक्षा का मुख्य रूप से प्रयोग एक इकाई के वित्तीय रिकॉर्ड की सत्यता और निष्पक्षता की सीमा को सत्यापित करने के लिए किया जाता है, और जाँच पड़ताल एक निश्चित तथ्य को साबित करने के लिए की जाती है। तो चलिए जानते हैं इन दोनों के विषय में विस्तार में.

 

लेखा परीक्षा क्या है | What is Audit in Hindi !!

लेखा परीक्षा जिसे हम auditing भी कहते हैं यह एक सच्चे और निष्पक्ष दृष्टिकोण पर एक राय देने के लिए एक इकाई के वित्तीय विवरण की एक निष्पक्ष और पद्धतिगत परीक्षा का रूप है। वित्तीय विवरण में बैलेंस शीट बना कर उसे अकाउंट्स के लिए नोट कर लिया जाता है, जिसमे आय स्टेटमेंट और कैश फ्लो स्टेटमेंट शामिल हो सकते हैं। लेखा परीक्षा किसी भी संगठन को संदर्भित करने के लिए बनाई गयी है चाहे वह लाभ कमाने वाला हो या धर्मार्थ संस्थान हो। इसमें इकाई का आकार और संरचना भी अप्रासंगिक होता है।

मूल रूप से एक auditing का उद्देश्य एक इकाई के वित्तीय विवरणों की सटीकता और उसकी विश्वसनीयता के दस्तावेजों का पता लगाना और उनकी रिपोर्ट रखना है। इसके अतिरिक्त, इसके द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि इकाई व्यवस्थित रूप से खातों की पुस्तके, दस्तावेजों और वाउचर को बनाए रखती है या नहीं। ऑडिटर अर्थात लेखा परीक्षक ऑडिट अर्थात लेखा परीक्षा प्रक्रिया करता है।

लेखा परीक्षक वित्तीय विवरणों के निम्नलिखित तीन आवश्यकताएं मांगता है:

  • वित्तीय विवरण की तैयारी स्वीकार्य लेखांकन नीतियों और इसके सुसंगत अनुप्रयोग पर आधारित है।
  • उन्हें तैयार करते समय प्रासंगिक विनियमों का पालन किया जा रहा है की नहीं।
  • वित्तीय विवरणों में सभी भौतिक तथ्यों का स्पष्ट रूप से खुलासा किया गया है की नहीं।

जाँच पड़ताल क्या है | What is Investigation in Hindi !!

सामान्य तौर पर, किसी विशेष स्थिति के पीछे के तथ्यों का पता लगाने के लिए कुछ प्रयास किये जाते हैं और उनके जरिये सत्य की खोज की जाती हैं जिन्हे हम जाँच पड़ताल या investigation के नाम से जानते हैं.

एक व्यावसायिक संगठन के लिए, जाँच का तात्पर्य है कि किसी संस्था के खातों और लेन-देन के रिकॉर्ड की जाँच करना और उसके लिए उनके रिकॉर्ड को बनाये रखा जाता है और यह जाँच किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए आयोजित की जाती है या फिर किसी सच्चाई को प्रकट करने के लिए या किसी तथ्य को स्थापित करने के लिए सबूत की मदद ली जाती है और इस प्रकार की जांच की प्रक्रिया में नियोजित सबसे आम तरीके खोज, अवलोकन, पूछताछ, निरीक्षण आदि हैं।

कोई भी जाँच किसी एक्सपर्ट के द्वारा ही की जाती है और इसका दायरा केवल संगठन तक ही सीमित नही होता है बल्कि कुछ कानूनी मामलों जैसे कत्ल, चोरी, आदि में भी जाँच जैसी प्रक्रिया की आवश्यकता पड़ती है.

Difference Between Auditing and Investigation in Hindi | लेखा परीक्षा और जांच पड़ताल में क्या अंतर है !!

लेखा परीक्षा एक सामान्य प्रक्रिया होती है जबकि जांच प्रकृति में महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।

# लेखापरीक्षा प्रक्रिया से प्राप्त साक्ष्य प्रेरक हैं जबकि जांच प्रक्रिया से प्राप्त साक्ष्यों की प्रकृति निर्णायक है।

# लेखापरीक्षा प्रत्येक वर्ष आयोजित होती है जबकि जाँच जरूरत होने पर ही आयोजित की जाती है.

# किसी इकाई के वित्तीय विवरण का निरीक्षण करने और फिर उस पर स्वतंत्र राय देने की प्रक्रिया को लेखा परीक्षा के रूप में जाना जाता है जबकि सत्य की खोज के लिए खातों की पुस्तकों का सावधानीपूर्वक और विस्तृत अध्ययन, जांच पड़ताल के रूप में जाना जाता है।

# लेखापरीक्षा एक लेखापरीक्षक के जरिये पूर्ण किया जाता है जबकि जाँच पड़ताल एक एक्सपर्ट टीम के द्वारा पूर्ण की जाती है.

धन्यवाद !!

Ankita Shukla

✔️ izoozo.com Provide Hindi & English Content Writing Services @ low Cost ✔️अंकिता शुक्ला Oyehero.com की कंटेंट हेड हैं. जिन्होंने Oyehero.com में दी गयी सारी जानकारी खुद लिखी है. ये SEO से जुडी सारे तथ्य खुद हैंडल करती हैं. इनकी रूचि नई चीजों की खोज करने और उनको आप तक पहुंचाने में सबसे अधिक है. इन्हे 4.5 साल का SEO और 6.5 साल का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है !! नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग कैसा लगा. बताना न भूले - धन्यवाद ??? !!