नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “Aryans and Dravidians” अर्थात “आर्य और द्रविड़” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “आर्य और द्रविड़ क्या है और इनमे क्या अंतर है?”. जो लोग उत्तर भारत का हिस्सा हैं उन्हें आर्य कहा गया और लोग दक्षिण भारत का हिस्सा हैं उन्हें द्रविड़ नाम दिया गया. भारतीय लोगों का यह विभाजन कैसे और कब हुआ, यह संदिग्ध है और वास्तव में विसंगतियों से भरा हुआ भी है। कई लोगों का कहना है यह त्वचा के रंग के साथ-साथ भाषाओं में भी अंतर है को दर्शाता है. ये लोगों द्वारा इस द्वंद्ववाद पर विश्वास के कारण उत्पन्न हुआ, जो ब्रिटिश लोगों द्वारा लगाया गया था, ताकि भारतीय लोगों को विभाजित किया जा सके ताकि वे उन पर आसानी से शासन कर सकें। आज हम आपको इन्ही दोनों के विषय में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
आर्य क्या है | What is Aryans in Hindi !!
आर्य वह शब्द है जिसका उपयोग भारत-ईरानी लोगों द्वारा स्व-पदनाम के रूप में होता था। इस शब्द को भारत में वैदिक काल के भारतीय लोगों द्वारा एक जातीय लेबल के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा था। स्वयं हेतु और कुलीन वर्ग के साथ-साथ भौगोलिक क्षेत्र को आर्यावर्त के नाम से भी अब इन्हे जाना जाता है, जहां पर इंडो-आर्यन संस्कृति को आधारित किया गया है। स्टेपी देहाती, जो अफगानिस्तान में उत्तर के विशाल मध्य एशिया घास के मैदानों से भारत आ गए थे, उन्हें अनौपचारिक रूप से आर्य कहा जाता है.
द्रविड़ क्या है | What is Dravidian in Hindi !!
द्रविड़ शब्द को दक्षिण एशिया से जोड़ा जाता है: स्कन्दपुराण के आधार पर विन्ध्याचल से दक्षिण भारत का पूरा भूभाग ‘पंचद्रविड’ के नाम से जाना जाता है। प्राचीन भारत के इतिहास मे विन्ध्याचल की उत्पत्ति से ही वैदिक ब्राह्मण दो तरफ हो गये थे |
उत्तर में औत्तरीयपथ के अनुयायी जो ‘पंचगौड’ हैं और दक्षिण में दाक्षिणात्यपथ के अनुयायी ‘पंचद्रविड’ हैं।
पंचगौड की यदि बात की जाये तो इनमें – गौड, सारस्वत, कान्यकुब्ज, मैथिल और औत्कल मौजूद हैं। उसी प्रकार पंचद्रविडकी यदि बात हो तो इनमे- द्रविड, कार्णाटक, तैलंग, महाराष्ट्र और गौर्जर हैं। भारत के सभी ब्राह्मण की जाति इन्ही दश वगों के आधार पर हैं।
Difference between Arya and Dravid in Hindi | आर्य और द्रविड़ में क्या अंतर है !!
# वैसे तो दोनों के इतिहास अलग अलग हैं, लेकिन पहले ये भारत में साथ साथ रहते थे, जिन्हे बाद में ब्रिटिश द्वारा अलग अलग कर दिया गया था. जिससे ब्रिटिश सरकार पूरे भारत की खण्डता का फायदा उठा के उससे अपना शासन कर सके.
# उत्तर भारतीयों और दक्षिण भारतीयों के बीच कथित मतभेदों के कारण इस द्वंद्ववाद को फैलाना आसान था। जिसके बाद उत्तर भारत आर्य बन गया और दक्षिण भारत द्रविड़ बन गया.
# आर्य लोग द्रविड़ के अपेक्षा रंग में साफ, लम्बे, और अलग भाषा बोलते थे. इस बात का फायदा उठाते हुए ब्रिटिश सरकार ने दोनों के बीच मतभेद उत्पन्न कर दिए.
# हाल में ही खुदाई ने साबित किया है कि आर्य भारत में बहुत बाद में (1500 ईसा पूर्व) पहुंचे जबकि भारतीय समाज को लगभग 7000 ईसा पूर्व (बहुत पहले) में ही अलग अलग जातियों में विभाजित कर दिया गया है।
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